Guru Nanak Jayanti 2023
एक बार जब गुरु नानक देव जी ने इस धरती पर अपना आविर्भाव किया, तो उनके उपदेशों और मार्गदर्शन ने हमें जीवन के नए आयामों को समझाया।
गुरु नानक जी का जन्म 1469 में हुआ था। उनके पिता का नाम मेता कालू और माता का नाम माता त्रिपता था। उनका बचपन बहुत ही साधारण था, लेकिन उनकी अद्भुत और गहरी ध्यानभक्ति की भावना ने उन्हें एक नए राह की ओर ले जाने की प्रेरणा दी।
उनके विचार और उपदेश सामाजिक एवं आध्यात्मिक एकता, समरसता, और सभी मनुष्यों के बराबर अधिकार की महत्ता को उजागर करते हैं। उनकी शिक्षाएँ समझाती हैं कि हम सभी एक परमात्मा के बच्चे हैं और हमारा कर्तव्य है कि हम एक-दूसरे के प्रति समझदारी और सहानुभूति बनाए रखें।
गुरु नानक देव जी के जन्मदिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह एक धार्मिक त्योहार है जो उनके उपदेशों को याद करने और उनके जीवन को समर्पित करने का मौका प्रदान करता है।
गुरु नानक देव जी के उपदेश आज भी हमें सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उनकी सिखायी हुई बातों में समाज को एक साथ लाने की शक्ति होती है, जिससे व्यक्ति और समाज दोनों ही प्रगति कर सकते हैं।
गुरु नानक देव जी ने ध्यान की महत्ता को बताया और सेवा को उच्चतम धर्म माना। उनके उपदेशों में अन्तरात्मा की शुद्धता और समर्थन की भावना होती है।
गुरु नानक देव जी के उपदेश हमें एक ऐसे मार्ग पर ले जाते हैं जो समाज को सांस्कृतिक, धार्मिक, और मानवीय मूल्यों की ओर अग्रसर करता है। उनके उपदेशों का पालन करके हम सभी एक बेहतर और सद्गुणी समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
गुरु नानक देव जी के उपदेशों का पालन करने से हम सभी मानवता के साथ साथ अपने जीवन को भी समृद्ध बना सकते हैं। उनकी शिक्षाएँ हमें सभी के बीच समानता, प्यार, और समरसता की भावना को समझाती हैं।
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