दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम बताना चाहेंगे कि दिल्ली की और पंजाब की सरकार आम आदमी पार्टी के सबसे प्रमुख स्पीकर यानी राघव चड्ढा हाल ही में राज्यसभा से सस्पेंड कर दिए गए हैं आईएएस आर्टिकल के माध्यम से हम जानते हैं कि क्यों हुए AAP Raghav Chadha सस्पेंड.
बर्खास्त होने की वजह AAP Raghav Chadha के
दोस्तों हाल ही में राज्यसभा के सबसे छोटे सांसद राघव चड्ढा को नियम मुंह का उल्लंघन ना करने के वजह से एवं मिसकंडक्ट और गैर लोकतांत्रिक भाषण के ऊपर चल रही जांच के चलते हुए AAP Raghav Chadha को बर्खास्त कर दिया गया है | और सूत्रों की मानें तो कई सारे सांसद जिनका उन्होंने नाम लिया था अपनी स्पीच में उनका उन्होंने किसी भी प्रकार से कंसेंट यानी मंजूरी नहीं ली थी नाम लेने से पहले जिसके तहत उन लोगों ने भी आपत्ति दर्ज करी है कि उनका नाम लेना सांसदीय प्रक्रिया के उल्लंघन में है
X यानी ट्विटर पर दी AAP Raghav Chadha सफाई
एक्स यानी टि्वटर पर AAP Raghav Chadha मैं प्रश्न पूछे हैं कि क्यों मेरे को बर्खास्त किया गया मेरा जुर्म क्या था और क्या मैं इसलिए से बर्खास्त हुआ क्योंकि मैंने देश के बड़े नेताओं और देश की सबसे बड़ी पार्टी के खिलाफ सवाल पूछे या फिर मेरा जुर्म इतना था कि मैंने दिल्ली सर्विस कानून के बारे में अपने विचार प्रकट करें
AAP Raghav Chadha सिग्नेचर फोर्जरी का अंजाम
इसी के साथ साथ उन्होंने अपने पर लगाए हुए इल्जाम जो कि बीजेपी द्वारा लगाए गए थे AAP Raghav Chadha ने उन्होंने सिग्नेचर की फोर्जरी करें जोकि राघव के अनुसार बिल्कुल ही झूठा आरोप है क्योंकि कोई भी एमपी किसी भी कमेटी के निर्माण हेतु सांसदों का नाम प्रपोज कर सकता था उसके लिए किसी भी प्रकार का लिखित प्रमाण एवं लिखित मंजूरी की आवश्यकता नहीं थी
AAP Raghav Chadha इकलौते नहीं
दोस्तों AAP Raghav Chadha पहले नहीं हैं जो कि इस प्रक्रिया के तहत बर्खास्त किए गए हैं उल्टा इसी ही पार्टी के संजय सिंह जी 24 जुलाई को बर्खास्त करे गए थे क्योंकि उन्होंने बार-बार स्पीकर चेयर का उल्लंघन किया था जिसके चलते उपराष्ट्रपति धनकर के द्वारा संजय सिंह को बर्खास्त करवा दिया गया यह सब घटनाएं दिल्ली सर्विस बेल के चलते हुई थी |
इतना ही नहीं सुशील कुमार रिंकू 3 अगस्त को स्पीकर चेयर पर कागज फेंकने के वजह से पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्ट्री प्रसाद जोशी द्वारा बर्खास्त किया गया था जो की विधि शर्मनाक चीज है क्योंकि चेयर पर कागज फेंकना किसी सांसद को लोकसभा में शोभा नहीं देता है