Agneepath Scheme : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने शनिवार को अग्निवीरों और नियमित जवानों के परिवारों का जिक्र कर कहा, शहीदों के बलिदान में भेदभाव सैनिकों का अपमान है। राहल ने शहीद जवानों की शहादत के बाद मिलने वाले लाभ की शर्तों में अंतर का हवाला दिया।
पहले साल से लेकर चौथे साल तक आकलन के बाद ही तय किया जाना है कि अग्निवीर में से कौन सेना में स्थायी यानी रेगुलर होगा। सेना ने अब पॉलिसी में बदलाव कर अग्निवीर और रेगुलर सैनिक की योग्यता का आकलन करने का क्राइटेरिया एकजैसा किया है। इस बारे में सेना की AG ब्रांच की तरफ से 31 अक्टूबर को नई पॉलिसी जारी की गई। हालांकि इस बीच अग्निवीर का पहला बैच ट्रेनिंग पूरी कर अपनी यूनिट्स में पहुंच गया है यानी उनके पहले साल की योग्यता का आकलन पुरानी पॉलिसी यानी टफ क्राइटेरिया के हिसाब से ही किया गया है।
Agneepath Scheme : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने शनिवार को अग्निवीरों और नियमित जवानों के परिवारों का जिक्र कर कहा, शहीदों के बलिदान में भेदभाव सैनिकों का अपमान है। राहल ने शहीद जवानों की शहादत के बाद मिलने वाले लाभ की शर्तों में अंतर का हवाला दिया।
पहले साल से लेकर चौथे साल तक आकलन के बाद ही तय किया जाना है कि अग्निवीर में से कौन सेना में स्थायी यानी रेगुलर होगा। सेना ने अब पॉलिसी में बदलाव कर अग्निवीर और रेगुलर सैनिक की योग्यता का आकलन करने का क्राइटेरिया एकजैसा किया है। इस बारे में सेना की AG ब्रांच की तरफ से 31 अक्टूबर को नई पॉलिसी जारी की गई। हालांकि इस बीच अग्निवीर का पहला बैच ट्रेनिंग पूरी कर अपनी यूनिट्स में पहुंच गया है यानी उनके पहले साल की योग्यता का आकलन पुरानी पॉलिसी यानी टफ क्राइटेरिया के हिसाब से ही किया गया है।